ISRO के प्रमुख मिशन: भारत की अंतरिक्ष यात्रा

भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में खासकर अंतरिक्ष अनुसंधान में अद्भुत प्रगति की है। ISRO (Indian Space Research Organisation) ने न केवल देश का नाम रोशन किया है बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान में भारत को वैश्विक पटल पर मज़बूत स्थान दिलाया है। आइए जानते हैं ISRO के कुछ महत्वपूर्ण मिशनों के बारे में:


1. आर्यभट्ट (1975) – पहला भारतीय उपग्रह

भारत का पहला उपग्रह आर्यभट्ट था, जिसे 19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ से लॉन्च किया गया। यह भारत की अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत थी।


2. SLV-3 और रोहिणी उपग्रह (1980)

डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की अगुवाई में भारत ने SLV-3 रॉकेट से रोहिणी उपग्रह लॉन्च किया। यह पहला स्वदेशी प्रयास था।


3. चंद्रयान-1 (2008)

भारत का पहला चंद्र मिशन, जिसने चंद्रमा की सतह पर पानी की खोज कर पूरी दुनिया को चौंका दिया।


4. मंगलयान (2013) – मंगल ऑर्बिटर मिशन (MOM)

भारत एशिया का पहला और दुनिया का चौथा देश बना जिसने मंगल की कक्षा में अंतरिक्ष यान स्थापित किया।

  • लागत सबसे कम रही (लगभग एक हॉलीवुड मूवी से भी कम खर्च)।
  • इस सफलता ने भारत को वैश्विक स्तर पर सराहा।

5. चंद्रयान-2 (2019)

हालाँकि इसका लैंडर “विक्रम” चंद्रमा की सतह पर सही तरह से उतर नहीं पाया, लेकिन इसका ऑर्बिटर आज भी काम कर रहा है और महत्वपूर्ण डेटा भेज रहा है।


6. चंद्रयान-3 (2023)

भारत का ऐतिहासिक मिशन जिसने दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली।

  • भारत ऐसा करने वाला पहला देश बना।
  • वैज्ञानिक शोध और भविष्य के मिशनों के लिए नई राह खोली।

7. गगनयान मिशन (आगामी)

यह भारत का मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन है।

  • 2025 तक भारतीय अंतरिक्ष यात्री (Gagannauts) अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे।
  • यह भारत की अंतरिक्ष तकनीक की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जाएगा।

8. आदित्य-L1 (2023)

भारत का पहला सौर मिशन, जो सूर्य के कोरोना और अंतरिक्षीय मौसम का अध्ययन कर रहा है।


9. अन्य उपग्रह मिशन

  • IRNSS/NavIC – भारत की अपनी GPS प्रणाली।
  • INSAT श्रृंखला – मौसम और संचार के लिए।
  • PSLV और GSLV रॉकेट – सैकड़ों उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण।

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